रायगढ़3 घंटे पहले
भास्कर न्यूज| रायगढ़
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी(आईआईटीएम) पुणे और मौसम विज्ञान विभाग ने मिलकर एक ऐसा एप बनाया है जो आपको बताएगा कि आपके चारों ओर 20 से 31 किमी के दायरे में गाज गिरने की संभावना है या नहीं। इस एप को दामिनी नाम दिया गया है।
कुछ ही दिनों में बारिश का मौसम शुरू होने वाला है। बारिश के दिनों में गाज गिरने से कई बार बाहर काम कर रहे या फिर किसी पेड़ के नीचे ठहर जाने वाले चपेट में आ जाते हैं। इस तरह गिरने वाली आकाशीय बिजली की चपेट में बड़ी संख्या में जिले के लोग आ जाते हैं। खासकर जशपुर से लगा हुआ क्षेत्र। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से न सिर्फ जन हानि होती है, बल्कि खेतों में चरने वाले मवेशी भी इसकी चपेट में आ जाते हैं। इससे जन धन दोनों की हानि होती है। गाज गिरने की संभावना से अलर्ट करने के लिए आईआईटीएम पुणे ने एक मोबाइल एप बनाया गया है, जिसे “दामिनी” नाम दिया गया है।
इस एप को चालू करने से 30 किलोमीटर के दायरे में यदि बिजली चमक रही हो तो उसकी सूचना दिख जाएगी। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने दामिनी व मेघदूत एप के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश सीईओ जिला पंचायत, सभी एसडीएम, सभी तहसीलदारों, डीईओ को दिया है। मौसम ने मेघदूत नाम का एक एप विकसित किया है जो किसान की फसलों का सुरक्षा कवच साबित हो रहा है। मेघदूत एप डिजिटल इंडिया के तहत किसानों को तकनीक से जोड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा लांच किया गया है। इसके माध्यम से मौसम की जानकारी के आधार पर किसानों को फसल जोखिम प्रबंधन से संबंधित सलाह मिलती है।
फसल का कवच बन रहा है मेघदूत एप
गूगल प्ले स्टोर से एप कर सकते हैं डाउनलोड यह एप उन क्षेत्रों के लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी है, जिस एरिया में आकाशीय बिजली अधिक गिरती है। इस एप से गाज से होने वाली जनहानि और धन हानि को रोका जा सकता है। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप पर रजिस्ट्रेशन करने के उपरांत किसान की लोकेशन के अनुसार उस स्थान में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी के बारे में ऑडियो संदेश एवं एसएमएस के माध्यम से अलर्ट मिलेगा।